होली रंगों और खुशियों का त्योहार है।
होली तंत्र साधना के लिए भी होली को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
क्योंकि होली की दिन और रात के समय की गई तंत्र साधना कभी भी खाली नहीं जाती।
होली का शुभ महुर्त 06 मार्च को शाम 04 बजकर से लेकर अगले दिन शाम 06 बजकर 08 मिनट तक है।
व्यापार या नौकरी में परेशानी को रोकने के लिए होलिका दहन की रात्रि को 21 गोमती चक्र शिवलिंग पर अर्पित करे।
होलिका दहन की अग्नि में नारियल अर्पित करने से आर्थिक तंगी समाप्त हो जाएगी।