निर्जला एकादशी साल की 24 एकादशियों में से सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है।इस साल यह 31 मई को है।
निर्जला एकादशी में तुलसी से जुड़े उपाए काफी लाभ देते है, लेकिन इस दिन न करें तुलसी से जुड़ी ये गलतिया।
तुलसी में माँ लक्ष्मी का वास होता है, इस दिन माँ लक्ष्मी निर्जला उपवास करती है इसलिए इस दिन तुलसी को जल नहीं देना चाहिए।
इस दिन तुलसी के पत्ते न तोड़े बल्कि एक दिन पहले ही तोड़कर रेख ले।
तुलसी के पत्तों को झटके और नाखूनों से न तोड़े बल्कि सवर्प्रथम तुलसी को प्रणाम करके फिर आराम से पत्तों को तोड़े।
इस दिन तुलसी जी को जूठे और गंदे हाथों से न छुए नहीं तो माँ लक्ष्मी रूठकर घेर से चली जाती है।
इस दिन भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी जी को तुलसी की माला अर्पण करें और "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जप करे।