हमारे जीवन में वास्तुशास्त्र का बहुत महत्व होता है,यदि घर में सभी वस्तुएं अपनी सही दिशा और स्थान पर होती है तो इससे सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घोड़े की नाल दो तरह की होती है एक रिवर्य सू पैटर्न की तो दूसरी यू पैटर्न की। इन दोनों का ही इस्तेमाल घर, ऑफिस या दुकान में किया जा सकता है।
यदि घोड़े की नाल मुख्य द्वार पर लगाई जाती है तो इससे बुरी शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करती और आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
घोड़े की नाल लगाने की सही दिशा और स्थान: यू पैटर्न वाली नाल को घर के मुख्य दरवाजे पर बाहर की तरह फ्रेम करकेउत्तर या पश्चिम दिशा में ही लगाना चाहिए।
इसके अलावा यदि आप रिवर्स यू पैटर्न वाली नाल को घर में लगाने की सोच रहे हैं तो ऐसे में उस नाल के ऊपर आइना अवश्य लगाएं।