कभी ‘वायरस’ बनकर तो कभी ‘बटुक’ बनकर, बोमन ईरानी एक ऐसे कलाकार हैं, जो एक छोटे से किरदार में भी जान फूंक देते हैं। 42 साल की उम्र में इन्होने अपने करियर की शुरुआत की थी।
बोमन ईरानी पिता के निधन के बाद से ही, उनकी मां ने अकेले ही घर में चिप्स बनाकर और खुद की एक बेकरी चलाकर 4 बच्चों की देखरेख करती थीं।
17 साल की उम्र में उन्होंने होटल ‘ताज महल पैलेस’ में वेटर और रूम सर्विस स्टाफ का काम करना शुरू किया।
दो साल होटल में काम करने के बाद बोमन ने अपनी मां का हाथ बटाने के लिए साउथ मुम्बई में नॉवल्टी और अप्सरा सिनेमा के बीच 12 साल तक बेकरी चलाने का काम भी किया।
बोमन ईरानी उन एक्टर में से नहीं है जिन्हें केवल फेम से मतलब होता है, उन्हें सबसे ज्यादा खुशी अपने मन के सूकून से होती है।
एक इंटरव्यू में कहा उन्होंने कहा कि, “ऑटोग्राफ, सेल्फि, ज्यादा पैसा, बहुत सारी तारीफ करना, ये सब मुझे इतना खुश नहीं करता जितना कि काम खत्म करके अपनी गाड़ी में बैठकर रिलैक्स होने से मिलता है।