आज चाहे हमारे पास फिल्में देखने और अपना मनोरंजन के लिए कई तरीके हैं, लेकिन एक ऐसा भी समय था, जब पहली बार दूरदर्शन के रूप में इंसान को वो मिला, जो किसी सपने के जैसा था।
आज के ज़माने में भले मनोरंजन के रूप में Netflix, Amazon Prime जैसे OTT Platform आ आगये है, लेकिन जो आनद दूरदर्शन के जमाने में आता था वो नहीं रहा।
आज की पीढ़ी को इस बात का अहसास ही नहीं है कि उनकी पुरानी पीढ़ी के लिए दूरदर्शन आखिर कितना महत्व रखता था।
दूरदर्शन की स्थापना15 सितंबर, 1959 के दिन सरकारी प्रसारक के तौर पर हुई थी,यूनेस्को की मदद से ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कंपनी ने 1936 में दुनिया का पहला टेलीविजन सेट लॉन्च किया था।
ये वो दौर है, जब टेलीविजन किसी-किसी के घर में ही होता था,और जिसके घर में होता था, वहां दूर-दूर से लोग उसे देखने के लिए आते थे।
जब भारत में टेलीविजन आया, तब राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने नई दिल्ली में ऑल इंडिया रेडियो द्वारा भारत के पहले टीवी स्टेशन का 15 सितंबर 1959 को उद्घाटन किया।
उसके लगभग 20 बाद पहला टेलीविजन सेट भारत में आया, सरकार ने लॉन्च के लिए दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर दो दर्जन टीवी सेट लगाए थे।