नई दिल्ली: वास्तु को हिंदू धर्म में बेहद महत्व दिया जाता है, घर के निर्माण से लेकर घर में मौजूद हर एक वस्तु का सीधा सीधा कनेक्शन वास्तु से होता है। यदि घर में हर एक वस्तु वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार रहती है तो वहां सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है साथ ही नौकरी और व्यापार में उन्हें तरक्की हासिल होती है। वास्तु शास्त्र में ऐसे कई नियम बताए गए हैं जिनको करने से आप अपने घर में सुख-शांति, समृद्धि ला सकते हैं। इन्हीं उपायों में से एक उपाय प्रेम के प्रतिक माने जाने वाले हंसो के जोड़ें को लेकर भी है। वास्तु के अनुसार, आपस में प्रेम करते हुए दो हंसों के जोड़े की मूर्ति या तस्वीर को बेडरूम में लगाना बेहद शुभ होता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से वास्तु शास्त्र के अनुसार दो हंसों के जोड़े को घर में रखने से होने वाले लाभों के बारे में जानकारी देंगे।
हंसों के जोड़े लगना होता है शुभ
मान्यताओं के अनुसार, हंस को प्रेम, पवित्रता और वात्सल्य का प्रतीक होता है। वास्तु के अनुसार, दो हंसों के जोड़े को घर में लगाने से देवी देवताओं का वास होता है क्योंकि हंस भगवान ब्रह्मा और मां सरस्वती का वाहन भी होता है। यदि आपके घर में परिवार के सदस्यों के बीच अनबन रहती है और छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होने लग जाते हैं या फिर किसी ना किसी बात से आपकी अपनी पत्नी से या पति से बहस होती है तो आप दो हंसो के जोड़े की तस्वीर को अपने घर में लगा सकते हैं। तो घर में लगाने से आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ने लगता है।
हंसों के जोड़े की प्रतिमा लगाने की सही दिशा
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, यदि हम आप अपने घर में हंसों के जोड़े लगाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सही दिशा का पता होना बेहद जरूरी है क्योंकि इसकी उचित दिशा होने से ये ज्यादा फायदेमंद रहते हैं। वास्तु के अनुसार, हंसों के जोड़े को घर में बेडरूम की उत्तर दिशा में स्थापित करना चाहिए यदि आपके पास तस्वीर है तो आप इसे इसी दिशा में दीवार पर लगा सकते हैं। ऐसा करने से आपके परिवार के लोगों के बीच प्रेम- विश्वास बढ़ता है और साथ ही घर में सुख-समृद्धि और धन दौलत में वृद्धि होती है।
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